Monday, July 30, 2018

जन्मदिन पर


छोटी बहन के जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ


खिलखिलाती गुनगुनाती
एक धारा ज्यों ख़ुशी की,
प्रीत की ओढ़े चुनरिया
जीत सुंदर जिन्दगी की !

एक नगमा, ख्वाब कोई
एक हसरत मंजिलों की,
गूँजता स्वर प्रणव जैसे
हो चहक तुम पंछियों की

स्वर्ण सा उर बने कुंदन
ध्यान की पूँजी सहेजो,
सुखद भी हो और पावन
संपदा उर में समेटो !

जन्मदिन पर गा रहा दिल
खिल कुसुम महको जहाँ में
छाँव बन कर दो सहारा
मिले संगी जो राह में !

4 comments:

  1. बेहतरीन रचना अनिता जी

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    1. स्वागत व आभार अनुराधा जी !

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  2. सुन्दर रचना आशा के सन्देश के साथ जनम दिन की शुभकमनाएं हैं आपकी और से ... जीवन रच अकी भाँती सहज हो ...

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