Friday, December 25, 2020

जन्मदिन पर कविता

 जन्मदिन पर 
ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ 
वाणी मधुर, सहज स्वभाव, मन में करूणा व प्रेम भरा है 
कोमल दिल से जाने कितना, अपनों  के हित नेह झरा है 

पौधा, पशु, कोई प्राणी हो, सबके बारे सदा सोचती 
घर-बाग़ दोनों को सजाया, नियमित योग साधना करती 

सुंदर वस्त्र सहेज कर रखे, आभूषणों से नहीं लगाव 
एक सादगी है जीवन में, नहीं जताती कोई अभाव 

जॉब के प्रति पूर्ण समर्पित, भोर से शाम ढले तक करती 
अधिकारी सन्तुष्ट हो जाते, तर्क सहित उन्हें समझाती

प्रिय के प्रति भी अतुल प्रेम है, मैत्री व आदर भी देती  
नहीं दिखावट, नहीं शिकायत, दो तन, इक मन होकर रहती  

केक, पेस्ट्री, कुकीज़ बनाए, कलात्मक आइसिंग सजायी   
थोड़ा सा ही अपने हित रख, बाकी मित्रों को भिजवाती

स्वप्न तुम्हारे सभी पूर्ण हों, माँ-पापा की आशीषें लो 
बढ़ो प्रगति की राह पर आगे, इसी तरह सदा मुस्काओ



 

Thursday, August 6, 2020

जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ


जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ 


केश लटकते हैं कानों तक 
मुखड़े पर मोहक मुस्कान, 
झरनों जैसी हँसी बह रही 
मन पीड़ा से है अनजान !

अथक परिश्रम करके पहुँची 
के जी एम सी के कैम्पस में,
वर्षों तक किया है अध्ययन 
लिया दाखिला अब एम डी में !

बच्चों जैसा सरल स्वभाव 
बच्चों का इलाज करेगी, 
कितने ही मासूमों की वह
तन-मन की पीड़ा हरेगी !

माँ-पापा व दादाजी का 
आशीर्वाद सदा ही मिलता, 
शेष सभी परिवार जनों का  
अंतर तुम्हें देखकर खिलता !

जन्मदिन पर ढेरों बधाई 
स्वप्न सभी हों पूर्ण तुम्हारे,
इसी तरह हँसते-गाते ही 
इक दिन पा लो सभी किनारे !

Monday, March 23, 2020

विवाह के अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित

विवाह के अवसर पर  ढेर सारी शुभकामनाओं सहित

जम्मू का दूल्हा और असम की दुल्हन, अनोखा है दोनों के प्यार का बन्धन

नए जमाने का विवाह है अनोखा, बंधने से पहले इक दूजे को परखा 

माता पिता की हर चिंता मिटायी, दोनों कुलों की शान भी बढ़ायी 

दुबला पवन, है सबला आराधना, इक दूजे का हाथ आज थामना 

 एक सौ एक दीयों का उजाला, साक्षी बना, है दृश्य यह निराला 

ब्राह्मण ने विधि से शपथ दिलाई, “ताई” से हिंदी में पढ़कर सुनाई 

दोनों के मुखड़े पर छाई मुस्कान, देती गवाही, है पुरानी पहचान 

शिव-पार्वती बना चूनर ओढ़ाई, फूलों से ढाँप दिया आरती गायी 

होली के शुभ दिन महफ़िल सजी है, गूंज उठे ढोल और पायल बजी है
  
खुशियों की बारात ने दस्तक दी है, सबकी नजरें तुम  दोनों पर लगीं हैं 

महाराष्ट्र - असम में ज्यादा नहीं दूरी, दिल में हो श्रद्धा और थोड़ी सबूरी 

ऐसे ही जीवन में हँसना मुस्कुराना, सच की राह पर कदम आगे ही बढ़ाना