छोटी बहन के लिए
विवाह की वर्षगाँठ पर
इक दूजे को सदा खुश रखें
यही प्रयास चला करता है,
जीवन के क्रम चलते रहते
यह दिन भला-भला लगता है !
नयी चुनौती लेने ख़ातिर
दोनों आज खड़े हैं पथ पर,
परीक्षा की तैयारी है
रेस्त्राँ भी खुलने को तत्पर !
जैसे जैसे बढ़ा तजुर्बा
नयी नयी योजना बनायीं,
अपनी मेहनत के बल पर ही
आज हक़ीक़त में उतारीं !
नियमित चले साधना घर में
बगिया में फूलों की शान,
बिटिया संग मनेगा शुभ दिन
थोड़े से होंगे मेहमान !
हम सब यही दुआ करते हैं
स्वप्न पूर्ण हों इसी तरह सब,
उन्नति के शिखरों को छू लो
संग सदा हैं गुरू और रब !
शब्दों के माध्यम से बहुत सुंदर उपहार, आदरणीया शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर,
ReplyDelete