Monday, June 3, 2024

जीवन क्रम नित आगे बढ़ता



प्रिय दीदी के लिए 

जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ 


झरती है मुस्कान अधर से 

पुष्प विटप से ज्यों झरते हों, 

आश्वासन देता सा स्वर है 

पल-पल प्रेम बरसता उर से !


अनुशासन की शक्ति चलाये  

नहीं प्रमाद, कोई शिथिलता, 

बिना थके या उलझे मन से 

जीवन क्रम नित आगे बढ़ता ! 


पूरे मनोयोग से अपने 

अतिथियों का स्वागत करतीं,

कहीं भी कोई कमी न छोड़ें

नित्य नये व्यंजन बनातीं !


सुखमय उनकी छाया बनकर 

जीजा जी का साथ निभाया, 

हर सुख-दुख में दिया हौसला 

अंतर में विश्वास जगाया !

२ जून २०२४ 

अनिता 


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