Thursday, August 13, 2015

जन्मदिन पर

प्रिय के जन्मदिन पर

चौड़ा मस्तक, निर्मल आँखें
सदा बहार खिली मुस्कान,
जोश बहुत है दिल-दिमाग में
जीवन का करते सम्मान !

मित्र प्रेम सदा पाते हैं
सहकर्मी पाते सहयोग,
अनुशासन का पालन करते
प्रातः भ्रमण व करते योग !

ममता भी है भरी हृदय में
नहीं कृपण मन बड़ा उदार,
स्वच्छ रहे घर व दफ्तर भी
झलके स्नेहिल ही व्यवहार !

नये-नये आयाम छू रहे
नये प्रोजेक्ट आरम्भ करें,
सृजनमयी है दिव्य ऊर्जा
जीवन में उत्साह भरें !

उत्सव हर दिन ही घटता है
बड़े प्रेम से शॉपिंग करते,
मेवे, फल व अन्य वस्तुएं
फ्रिज में ला लाकर भरते !

जन्मदिन पर यही कामना
ऐसे ही मुस्काते रहना,
उस अनंत की परम ऊर्जा
लेकर उर में आगे बढ़ना ! 

3 comments:

  1. क्या बात है !.....बेहद खूबसूरत रचना....
    समस्त ब्लॉगर मित्रों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं...
    नयी पोस्ट@यहाँ पधारिये

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  2. This comment has been removed by the author.

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  3. स्वागत व आभार !

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