Sunday, July 13, 2025

गगन विशाल बसा है मन में

प्रिय पुत्र के लिए 

 जन्मदिन पर ढेर 

सारी शुभकामनाओं और स्नेह सहित 


 सुबह व्यस्त और व्यस्त शाम को  

लेकिन योग साधना जारी, 

जीवन संगिनी साथ हर कदम 

मुखड़े पर मुस्कान है न्यारी !


बाधाएँ कितनी भी आयीं 

 किया सामना अति हिम्मत से 

जन्मदिवस पर ढेर दुआएँ 

देते हैं सब मिलकर दिल से !


भर जाती है पुलक ह्रदय में 

उड़े ड्रोन जब नील नभ में , 

 किंतु याद इसे भी रखना  

 गगन विशाल बसा है मन में   !


देवालय है देह हमारी 

इसका भी कुछ ध्यान करो, 

स्वयं के साथ बिताओ कुछ पल  

जीवन में कुछ गहरे उतरो  !


 भरा हुआ घर उपकरणों से 

तरह-तरह के सामानों से, 

वहाँ जरा सी जगह बनाओ 

मन को भी थोड़ा फैलाओ !


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