प्रिय भतीजी को जन्मदिन पर
ढेर सारी शुभकामनाओं सहित
डाक्टर बन कर नाम
कमाओ
सेवा की भावना हो मन
में,
इंटर्नशिप दिल से
पूरी कर
मिले दाखिला भी एमडी
में !
बचपन से ही हो
मेधावी
परिवार को गर्व है
तुम पर,
सदा उसूलों पर ही
चलती
श्रम करती निज
बलबूते पर !
मौज मनाती हैं जब
सखियां
तुम्हें लक्ष्य का
भान है रहता,
जीवन का जो उच्च
ध्येय है
दृष्टि के सम्मुख ही
रहता !
माँ-पापा को आदर्श
बनाकर
श्रेष्ठ राह पर तुम
चलती हो,
दोनों के परिवारों
में भी
प्रिय सभी की सदा
रही हो !
जन्मदिन पर बहुत
बधाई
ऐसे ही आगे बढ़ना है,
छिपे गर्भ में जीवन के
जो
अनुपम पन्नों को
पढ़ना है !

arre wah..bahut khoob :)
ReplyDeleteस्वागत व आभार !
Delete
ReplyDeleteनिमंत्रण विशेष :
हमारे कल के ( साप्ताहिक 'सोमवारीय' अंक 'सोमवार' १० सितंबर २०१८ ) अतिथि रचनाकारआदरणीय "विश्वमोहन'' जी जिनकी इस विशेष रचना 'साहित्यिक-डाकजनी' के आह्वाहन पर इस वैचारिक मंथन भरे अंक का सृजन संभव हो सका।
यह वैचारिक मंथन हम सभी ब्लॉगजगत के रचनाकारों हेतु अतिआवश्यक है। मेरा आपसब से आग्रह है कि उक्त तिथि पर मंच पर आएं और अपने अनमोल विचार हिंदी साहित्य जगत के उत्थान हेतु रखें !
'लोकतंत्र' संवाद मंच साहित्य जगत के ऐसे तमाम सजग व्यक्तित्व को कोटि-कोटि नमन करता है। अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
आभार !
Deleteइस अहसास की बात ही कुछ और है
ReplyDeleteस्वागत व आभार संजय जी !
Delete