जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित
नन्हे कदम थिरकते उसके, ताता थैया करते-करते
कोमल कंठ से राग फूटते, दिवस बीतते हँसते-गाते !
नन्ही सी एक कलाकार है, पढ़ने का भी शौक है बहुत
इ-किताबें फट-फट पढ़ जाती, प्रिय महर हमारी है अद्भुत !
जन्मदिवस नौवाँ आया है, माँ ने की बड़ी तैयारी
परिवार के संग मिलजुल कर, सुंदर एक महफिल सजा ली !
माँ-पापा की है लाडली, भाई-बहन की प्यारी बहना
शांत सदा रहती कक्षा में, तुरत मानती सबका कहना !
थोड़ी सी जिद भी करती है,रोज नया क़िस्सा सुनने की
खेलो हरदम सँग ही मेरे, उम्र अभी सपने बुनने की !
मामा-मासी की याद उसे, कभी-कभी तो आती होगी,
जन्मदिन की शाम सुहानी, उनको संग ले आती होगी !
नानी भी नाना के सँग मिल, तुमको अनुपम स्नेह भेजती
महर सदा हँसती मुस्काती, सदा दिलों में उनके बसती !
बहुत प्यारी रचना. महार को जन्मदिन की खूब सारी शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteस्वागत व आभार डॉ शबनम !
Deleteशुभाशीष महर को
ReplyDeleteस्वागत व आभार सतीश जी !
Deleteबहुत सुन्दर रचना
ReplyDeleteस्वागत व आभार कविता जी !
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