षष्ठी पूर्ति के अवसर पर
ढेर सारी शुभकामनाओं सहित
प्यारी सी मुस्कान अधर पर
सहज, सरल, जीवन है भाया ,
मिलतीं सबसे सदा प्रेम से
मिलनसार कोमल दिल पाया !
कुदरत से भी अति लगाव है
हरियाली छायी छत, बगिया,
करें योग साधना, अध्ययन
घर में पुस्तकालय सजाया !
पूजा-पाठ नित्य ही करतीं
मन में श्रद्धा दीप जला है,
सुंदर कलाकृतियों से घर का
कोना-कोना सजा हुआ है !
दो पुत्रियों की स्नेहिल मॉम
नानी की पदवी अब पायी,
जीवनसाथी सदा साथ है
सखियों से मैत्री बढ़ायी !
हुईं साठ की है विशेष दिन
नया मोड़ है सुखद भावना ,
जीवन सुखमय रहे आपका
करते हैं नित यही कामना !
षष्ठी पूर्ति का परम उत्सव
मित्र सबंधियों सँग मनाएँ,
दिल से हमें निकट ही जानें
चाहे हम स्वयं न आ पाएँ !
अनिता दी, रचना तो बहुत सुंदर है। लेकिन षष्ठी पूर्ति कार्यक्रम किसका है यह नही समझ पाई।
ReplyDeleteस्वागत व आभार ज्योति जी, साठवें जन्मदिन के उत्सव को षष्ठिपूर्ति कहते हैं
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ReplyDeleteसचमुच आजकल की तथाकथित आधुनिक जीवनशैली में षष्ठी प्राप्त करना वह भी भरे पुरे रिश्तों और परिवार के साथ , सच मानिये भारत रत्न अलंकरण से कम नहीं !
हृदय से , बनावट रहित , सहज सृजन !
जय माता दी , आदरणीया !
सुंदर प्रतिक्रिया हेतु आभार तरुण जी !
Deleteवाह, उत्तम सृजन... बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteस्वागत व आभार अनघ जी !
Deleteबहुत सुंदर।
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