Sunday, July 27, 2025

अंतिम श्वासें जब आती हों

पापाजी की प्रथम बरसी पर 

विनम्र श्रद्धांजलि स्वरूप 


एक बरस संपूर्ण हुआ है 

सहज ही याद आ रहे आप, 

घर के हर कोने में जैसे 

छायी उन्हीं कदमों की छाप! 


बड़े मज़े से पेपर पढ़ते 

अधलेटे बेड पर लेटे हों, 

हौले-हौले उतरें सीढ़ी 

सोफ़े पर जाकर बैठे हों !


झाड़न लिए हाथ में अपने 

दर-दीवारें साफ़ कर रहे, 

आँगन में फैलाते कपड़े 

मन ही मन कुछ जाप कर रहे !


कभी दूध देते बिल्ली को 

कभी नीर पौधों को देते, 

कितनी छवियाँ मन में आतीं 

दिखते जिनमें बातें करते !


जीवन की हर एक घड़ी का 

आदर किया आपने दिल से, 

अन्तर में सुख बसा हुआ था 

दिन कटते थे ईश स्मरण में !


ऐसे ही हो जीवन अपना 

मरण जहाँ उत्सव बन जाये, 

अंतिम श्वासें जब आती हों 

हाथ दुआ में तब उठ जायें !


Sunday, July 13, 2025

गगन विशाल बसा है मन में

प्रिय पुत्र के लिए 

 जन्मदिन पर ढेर 

सारी शुभकामनाओं और स्नेह सहित 


 सुबह व्यस्त और व्यस्त शाम को  

लेकिन योग साधना जारी, 

जीवन संगिनी साथ हर कदम 

मुखड़े पर मुस्कान है न्यारी !


बाधाएँ कितनी भी आयीं 

 किया सामना अति हिम्मत से 

जन्मदिवस पर ढेर दुआएँ 

देते हैं सब मिलकर दिल से !


भर जाती है पुलक ह्रदय में 

उड़े ड्रोन जब नील नभ में , 

 किंतु याद इसे भी रखना  

 गगन विशाल बसा है मन में   !


देवालय है देह हमारी 

इसका भी कुछ ध्यान करो, 

स्वयं के साथ बिताओ कुछ पल  

जीवन में कुछ गहरे उतरो  !


 भरा हुआ घर उपकरणों से 

तरह-तरह के सामानों से, 

वहाँ जरा सी जगह बनाओ 

मन को भी थोड़ा फैलाओ !


Friday, July 11, 2025

जीवन में इक लय व छंद है

आदरणीय जीजाजी के लिए 

 जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाओं सहित 


मुख पर संतोष भरी मुस्कान

बन गयी है आपकी पहचान, 

छोटी-बड़ी ज़रूरत का हर

दीदी-बच्चे रखते हैं ध्यान !


तन थक जाए कभी ज़रा सा 

 पर मन का हौसला बुलंद है, 

 वरदान मिला है दीर्घायु का

जीवन में इक लय व छंद है !


आँगन में बगिया मुस्काए,

 हर मौसम कुछ नया दे जाए,

 आम, लीची, लुकाठ, करी पात 

 नींबू, पुदीना सुरभि लुटाए !

 

भोर में पंछी गीत सुनाते 

घर भर देती मधुर गुंजार,

संबंधों में स्नेह बह रहा  

पोती-नातिनों की चहकार !


लोहड़ी, होली, या दिवाली 

हर उत्सव मिलकर मनाते

 ऑनलाइन खेलों के संग 

 शॉपिंग का भी लुत्फ़ उठाते !


जीवन जैसे शांत समंदर

 हर लहर कहे कितना सुंदर,

 साथ मिला जो सच्चा, पावन

 उससे ही पथ हुआ यह भावन !


 यही कामना हम सब की, हो 

जन्मदिवस हर साल निराला,

 रहें आप स्वस्थ और  सानंद 

 खुशियों का हो संग उजाला !




Tuesday, July 8, 2025

दिल में ले भारत की यादें

प्रिय भाभी के लिए 

जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित 


दिल्ली की गर्मी से राहत 

मिली शीतल मंद हवाओं में, 

सागर के सुंदर तटों पर 

कनाडा की मस्त फ़िज़ाओं में !


नीले नभ पर श्वेत बदलियाँ 

सागर का जल भी नीला है, 

हाथ लिए हाथों में अपने 

जीवन साथी साथ खड़ा है !


सजे-धजे सुंदर वस्त्रों में 

स्वच्छ रास्तों पर चलना है, 

दिल में ले भारत की यादें 

नई स्मृतियों से मन भरना है !


बिटिया के घर जाकर यूँ भी 

हर दिन नया-नया लगता है, 

जन्मदिवस तो ख़ास तौर पर 

इस बार अनोखा लगता है !


हम सब देते ढेर दुआएँ 

ऐसे ही मुस्काती रहना, 

आने वाले हर इक पल में 

प्रीत के नग़मे गाती रहना !