Thursday, October 28, 2010

माँ व पिता जी

जन्मदिन के अवसर पर  शुभकामनाओं सहित

एकदूजे के लिये बने हैं
एकदूजे का साथ निभाते
रात और दिन साथ साथ रह
जग में एक मिसाल बनाते I

सुबह सवेरे लान में टहलें
 ब्रह्ममुहूर्त में उठ जाते
समय से करते हर एक काम
सलीके से सब कुछ निपटाते I

शांत सरल स्वभाव है उनका
बच्चों की ही चिंता करते
अपनी क्षमता से बढकर
घर के काम में हाथ बंटाते I

साठ बरस का साथ अनोखा
 एकदूजे की आदत जानें
सुख में दुःख में साथ निभाया
 दिल से दिल को पहचानें I

कभी-कभी झुंझलाते पापा
झूठ-मूठ जब माँ डर जातीं
जाने क्यों शंका है मन में
हर पल नजर टिकाये रहतीं I

प्रेम जीतता आया जग में
सेवा से हर रोग हारता
सौ बरस हो उम्र आपकी
हम सबका दिल यही मांगता I


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