गुड़िया के लिये
गोरी चिट्टी नटखट गुड़िया
दो चोटियों वाली,
चार बरस की हुई आज है
मुस्काते गालों वाली !
खेल-खिलौनों में मस्त
जो मन मोहक बातें बोले,
माँ-पापा को कर हैरान
घर भर में सदा डोले !
मित्रों पर है जान छिड़कती
घर में उन्हें बुलाया है,
टीचर को भी दिया निमंत्रण
जन्मदिन जो आया है !
सबसे तुमको मिलें दुआएं
ऐसे ही बढ़ती जाओ
नई-नई सीख कर बातें
उम्र की सीढ़ी चढ़ती जाओ !