आदरणीय व पूज्यनीय पापाजी के लिए बावनवें
जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित
अंतर-मन अति है उत्साहित, हर दिन का स्वागत करें हँसकर
दो अख़बारों के माध्यम से, दुनिया भर का लगता चक्कर !
बिस्तर लगा स्वयं नित उठाते, ज़रा नहीं प्रमाद है तन को
फ़ेसबुक, व्हाट्सएप, आदि का, अच्छा ख़ासा ज्ञान आपको !
राजनीति से दूर ही रहें, भक्ति की महानता बताएँ
नव तकनीक सीखने का गुर, अपने हाथों चाय बनाएँ !
जीवन के हर रूप की कद्र, भारत के प्रति प्रेम अपार
वचनों में है सत्य झलकता, दिल पाया है अतीव उदार !
छोटी-छोटी बातों का भी, रहता आया ध्यान बहुत ही
लम्बे जीवन का यही राज, संतुलित चर्या, साफ़-सफ़ाई !
माँ भी समा गयीं हैं भीतर, उनका रोल सहज निभाते
नाती-पोते,पुत्र-पुत्री सँग, नव पीढ़ी पर ममत्व लुटाते !
पूर्ण सजग है दृष्टि आपकी, गहराई से जग को देखे
नज़रों से कुछ बच ना पाता, जीवन से संदेश दे रहे !
धैर्य असीम, आस्था अपार, याददाश्त भी बहुत तेज है,
बचपन मन में अब भी ताज़ा, उर्दू-फ़ारसी के शेर हैं !
ज्ञान का इक स्रोत है भीतर, जिसने थामा है तन-मन को
करुणा , प्रेम, भरोसा झलके, मिसल बनाया है जीवन को !
अनिता
८ नवम्बर २०२२