जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित
दिल में सुख की गागर फूटी, तन-मन को जो भिगो रही है
ऐसे ही मुसकाती रहना, ज्योति प्रेम की बिखर रही है !
पावन बंधन में बँधना है, अंतर में फुलझड़ियाँ फूटें
नयनों में नव स्वपन सजे हैं, हर बाधा हर संकट छूटे !
जीवन पथ पर साथ निभाने, नया तराना मिल गाएँगे
दिल से दिल तो मिले हुए हैं, दो कुटुम्ब भी मिल जाएँगे !
कुछ अधिकार सहज मिलेंगे, कुछ कर्त्तव्य निभाने होंगे
अग्निदेव के फेरे लोगी, मिलकर कदम बढ़ाने होंगे !
सुंदर इक परिवार तुम्हारा, अस्तित्त्व में आ जाएगा
दोनों परिवारों का सदा ही, रिश्ता सम्मान बढ़ाएगा !
इस जीवन का पावन लक्ष्य, है मैत्री व साझेदारी
सेवा व सहयोग, प्रेम से, अर्धांगिनी होती है नारी !
शिव के बिना शक्ति कहाँ है, शक्ति बिना शिव भी अधूरे
इक दूजे का साथ निभाकर, दोनों के हों सपने पूरे !
मीठे बोल सरल स्वभाव से, सबके मन में जगह बनाना
भीतर छिपी अनंत ऊर्जा, बिना थके बस बढ़ती जाना !
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