Friday, August 21, 2015

जन्मदिन मुबारक

 जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ

मस्ती की ओढ़े चादर
दिल जैसे गहरी गागर,
छलक रहीं उम्मीदें पावन
लहरें ज्यों नाचें सागर !

हरी-भरी वादियाँ भातीं
ऊंचे पर्वत से सपने हैं,
प्रीत पुरानी पलती उर में
बसते मन में सब अपने हैं !

उत्तरांचल की पुण्य भूमि में
ध्यान किया हिम शिखरों पर,
किन्तु न टूटी मधुरिम धारा
अब दिल्ली की भी सडकों पर !

सदा समर्पित कर्त्तव्य को
है अनंत से जोड़ा बंधन,
तुष्टि, पुष्टि पाए हर पल
उत्सव एक बना है जीवन !

जन्मदिन तो एक बहाना
सदा दुआएं सब देते हैं,
भाव पुष्प कुछ उमड़े उर में
यह उपहार तुम्हें देते हैं !

अनिता दीदी

२२ अगस्त २०१४ 

Tuesday, August 18, 2015

जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित




जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित

नन्ही सी बिटिया को
दुलराता, हँसाता, खिलाता, सुलाता
वह कितने-कितने रूपों में नजर आता
कम्पनी में देता प्रेजेंटेशन
तरक्की की सीढ़ियाँ चढ़ता
संगिनी के साथ-साथ
पा रहा हर क्षेत्र में प्रमोशन
भाई का संग-साथ
माँ-पापा का सर पे हाथ
बहनों की दुआओं को दिल में समेटता
सागर का जीवन क्रम
बहुत कुछ कहता...

विदाई पर

आदरणीय व प्रिय आंटी के लिये ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ

आधी सदी से दुलियाजान में
बनते देखा तेल नगरी को,
दिल में इक इतिहास छुपाये
ले यादों की इक गठरी को !

सदा जोश भरी वह मिलतीं
जाने कितने दिलों में रहतीं,
किस्सों का हैं एक खजाना
अविरत प्रेम सी बहती रहतीं !

बचपन से ही बड़ी जुझारू
ऊर्जा कभी खत्म न होती,
दुःख सहकर भी सुख ही बाँटें
जीवन उनका सच्चा मोती !

ऊँचा कद, सौम्य मुस्कान
एक बड़ा परिवार बसाया,
असमय छूटा साथ प्रिय का
घेर न पाया दुःख का साया !

बड़े धैर्य से पाला पोसा
ब्याह किया सब कन्याओं का,
आज सुखी हैं सब निज घर में
कदर सिखाया सदा हुनर का !

ज्ञान भरा है गहरा मन में
गुरु के द्वार पे जाना सीखा,
सुख में दुःख में सम रहती हैं
रिश्तों को निभाना सीखा !

 होली हो या हो दीवाली
घर पर ही बनाएँ मिठाई,
निज हाथों से रोपें पौधे
कितनों को सिखाई सिलाई !

आज विदा की बेला आयी
साथ छूटता है अब अपना,
स्मृति सदा रहेगी मन में
जैसे कोई सुंदर सपना !

जहाँ रहें मिसाल बनेंगी
आंटी, आप उजाला जग का
ऐसे ही मुस्काते हँसते,
बढ़े सफर सुंदर जीवन का !






Thursday, August 13, 2015

जन्मदिन पर

प्रिय के जन्मदिन पर

चौड़ा मस्तक, निर्मल आँखें
सदा बहार खिली मुस्कान,
जोश बहुत है दिल-दिमाग में
जीवन का करते सम्मान !

मित्र प्रेम सदा पाते हैं
सहकर्मी पाते सहयोग,
अनुशासन का पालन करते
प्रातः भ्रमण व करते योग !

ममता भी है भरी हृदय में
नहीं कृपण मन बड़ा उदार,
स्वच्छ रहे घर व दफ्तर भी
झलके स्नेहिल ही व्यवहार !

नये-नये आयाम छू रहे
नये प्रोजेक्ट आरम्भ करें,
सृजनमयी है दिव्य ऊर्जा
जीवन में उत्साह भरें !

उत्सव हर दिन ही घटता है
बड़े प्रेम से शॉपिंग करते,
मेवे, फल व अन्य वस्तुएं
फ्रिज में ला लाकर भरते !

जन्मदिन पर यही कामना
ऐसे ही मुस्काते रहना,
उस अनंत की परम ऊर्जा
लेकर उर में आगे बढ़ना ! 

Thursday, August 6, 2015

जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ

 जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ

बहना से प्रीत बड़ी
दिल में वह रहती है,
सखियों की दोस्ती
रग-रग में बहती है !

नन्ही सी डाक्टर
दिल से मजबूत बड़ी,
मस्ती भी खूब करे
हँसती ज्यों फुलझड़ी !

नानके की लाडली
दादा को गर्व है,
आगे ही सदा बढ़े
हर दिन ही पर्व है !

सुंदर मुस्कान मिली
लहराते केश हैं,
सादा सा दिल पाया
भाते हर वेश हैं !

मेधावी बचपन से
श्रम से न घबराती,
माँ-पापा दोनों के
दिल को है हर्षाती !

मेडिकल का कोर्स पढ़े
खुद से मुलाकात हुई,
आँखों में नींद नहीं
दिन से कब रात हुई !

 ६ अगस्त २०१४  

Tuesday, August 4, 2015

स्वागतम

स्वागतम


बरस के बादलों ने स्वागत किया 
प्रतीक्षा में उत्सुक हमारा हिया ! 

रसलखेमा से उड़ कर आये
दिल्ली में रहे मौज मनाये !

सहारनपुर भी पहुंचे जा
देहरादून की ठंडी हवा !

अब आये हैं दुलियाजान
लिये अधरों पर मुस्कान !

विवेक बिना पर सब सूना
जाना पुटुपरती नहीं पूना !

अनिता निहालानी
१६ अगस्त २०१०  

(जो मेहमान पाँच वर्ष पहले आये थे फिर से आने वाले हैं..  )