Wednesday, November 30, 2016

निज जीवन के बने सारथि

जन्मदिन पर शुभकामनायें 

उर में दीप्त प्रेम का बालन 
कदमों में हैं अनगिन राहें,
मधुस्मित अधरों पर रहता है 
है अनन्त की ओर निगाहें !

निज जीवन के बने सारथि 
प्रेरित किया सदा बिटिया को,
मननशील, कर्मठ, समर्पित 
दें सहयोग सदा दुनिया को !

स्वच्छता के बने हैं हामी 
सुंदर सा घर-बार सजाया,
स्मृति गुहा में सदा बसी वह 
दशकों जिसने साथ निभाया !

जन्मदिवस यह याद दिलाता 
कितने मोड़ अभी शेष हैं,
नई मंजिलें राह देखतीं 
उत्सव भी कुछ  जो विशेष हैं !

Tuesday, November 29, 2016

राजकुमारों सा पलता है


प्रिय आकाश के लिए 
पहले जन्मदिन पर शुभकामनाओं सहित 

गोल गंदुमी प्यारा मुखड़ा 
बड़ी-बड़ी सी मनहर आँखें, 
लगता भोला देवदूत सा 
कोमलता, सुंदरता पाँखें !

शान बढ़ायी  सारे घर की 
दे रोहन को 'दादा' का मान,
दादी, नानी की गोदी में 
फबता जैसे उनकी जान !

है नन्हा सा दुनिया घूमे 
विश्व नागरिक बना अभी से,
राजकुमारों सा पलता है 
मिलें दुआएं सदा सभी से !

जन्मदिवस पहला पहला है 
माँ के दिल में लड्डू फूटें,
हम भी देते बहुत बधाई 
मासी, मामा के  संग मिलके !

Thursday, November 3, 2016

जहाँ रहो खुशियाँ ही बिखेरो

जन्मदिवस पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ


नन्हा अभिनव था गोदी में
जब हम पहली बार मिले थे,
पढ़ ली थी आँखों की भाषा
दिल भी अपने बहुत खिले थे !

सँग-सँग कितनी शामें काटीं
मुस्कानों सँग बाटीं बातें,
जंगल घूमे, मनी पिकनिकें
नदियों के पानी में झाँके !

सिक्किम की वह मधुर यात्रा
यादें दार्जलिंग की सांझी,
धुर दक्षिण की रेल यात्रा
कितनी दिल में पुलक जगाती !

सहज, सरल स्वभाव तुम्हारा
शांत हृदय और तीव्र मेधा,
न कोई शिकवा न ही अपेक्षा
जो भी मिले, संतुष्ट सदा !

सुख-दुख दोनों में सम रहतीं
बच्चों को संस्कार दिये हैं,
आज याद आ रहीं सारीं बातें
अनुपम जो उपहार दिये हैं !

सदा रहोगी तुम इस दिल में
जब तक जीवन है यह शेष,
जहाँ रहो खुशियाँ ही बिखेरो
‘विभा’ तुम हो बहुत विशेष !