जन्मदिन पर
ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ
ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ
वाणी मधुर, सहज स्वभाव, मन में करूणा व प्रेम भरा है
कोमल दिल से जाने कितना, अपनों के हित नेह झरा है
कोमल दिल से जाने कितना, अपनों के हित नेह झरा है
पौधा, पशु, कोई प्राणी हो, सबके बारे सदा सोचती
घर-बाग़ दोनों को सजाया, नियमित योग साधना करती
घर-बाग़ दोनों को सजाया, नियमित योग साधना करती
सुंदर वस्त्र सहेज कर रखे, आभूषणों से नहीं लगाव
एक सादगी है जीवन में, नहीं जताती कोई अभाव
एक सादगी है जीवन में, नहीं जताती कोई अभाव
जॉब के प्रति पूर्ण समर्पित, भोर से शाम ढले तक करती
अधिकारी सन्तुष्ट हो जाते, तर्क सहित उन्हें समझाती
अधिकारी सन्तुष्ट हो जाते, तर्क सहित उन्हें समझाती
प्रिय के प्रति भी अतुल प्रेम है, मैत्री व आदर भी देती
नहीं दिखावट, नहीं शिकायत, दो तन, इक मन होकर रहती
नहीं दिखावट, नहीं शिकायत, दो तन, इक मन होकर रहती
केक, पेस्ट्री, कुकीज़ बनाए, कलात्मक आइसिंग सजायी
थोड़ा सा ही अपने हित रख, बाकी मित्रों को भिजवाती
थोड़ा सा ही अपने हित रख, बाकी मित्रों को भिजवाती
स्वप्न तुम्हारे सभी पूर्ण हों, माँ-पापा की आशीषें लो
बढ़ो प्रगति की राह पर आगे, इसी तरह सदा मुस्काओ
बढ़ो प्रगति की राह पर आगे, इसी तरह सदा मुस्काओ