Wednesday, February 28, 2024

निज हाथों पर विश्वास बड़ा

प्रिय आंटी के लिए

ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ 


एक लेखिका कवयित्री हैं 

वाणी प्रखर, तेजस्वी मुखड़ा, 

समर्पिता प्रिया, माँ व नानी

निज हाथों पर विश्वास बड़ा !


कर्मठ अति हैं भक्त ह्रदय से 

क़िस्सों का है एक पिटारा, 

आस-पड़ोस संग ले चलतीं 

अंतर में ख़ासा जोश भरा !


बच्चों के सुख-दुख की भागी 

सदा आशीर्वाद बरसातीं, 

जिससे मिलीं भुला ना पाया  

सत्व भाव से जग हर्षातीं !


याद आ रहीं उनकी बातें 

उनसे मुलाक़ात के वे पल, 

जीवन की संध्या आयी है 

ईश उन्हें दे आत्मिक संबल !


​​



Friday, December 1, 2023

सात सेंचुरी पूर्ण हुई हैं

बड़े भाई के 
सत्तरवें जन्मदिन पर 
ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाओं  के साथ 


अपने घर के इक राजा हैं 
सत्यापित किया निज नाम, 
लें न दें कुछ उधो-माधो से  
रखते अपने काम से काम !

खूब पढ़ाया है बिटिया को 
देख तरक़्क़ी हैं अति प्रसन्न, 
समाज के काम में आते 
सीधा-सादा सा है जीवन !

नहीं शिकायत कोई रब से 
है अंतर में विश्वास बना, 
बड़ों के लिए बहुत सम्मान 
भाई बहनों पर स्नेह घना ! 

जन्मदिवस पर ढेर दुआएँ 
हम सब संग लिए आते हैं, 
सात सेंचुरी पूर्ण  हुई हैं 
गीत बधाई का गाते हैं ! 


Sunday, November 26, 2023

नौंवे दशक में आ पहुँचे हैं

आदरणीय पापा जी के लिए 

९३वें जन्मदिन पर 

ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाओं  के साथ 


नानक संग साझा जन्मदिन 

अंतर में ही रब पाया है, 

किया सार्थक निज जीवन को 

नाम भी सत् का ही गाया है !


सहज भाव से सुबहें होतीं 

धीरे-धीरे सभी क्रियाएँ, 

धीरज का एक सागर भीतर 

मन दिन भर न डिगने पाये !

 

स्वीकारा हर एक बात को 

साक्षी बन कर जग को देखें, 

दुनिया जैसी है वैसी है 

मिट गये भीतर भ्रम भुलेखे ! 


नौंवे दशक में आ पहुँचे हैं 

किंतु जोश अभी भी नूतन, 

सबके लिए हैं प्रेम, दुआएँ 

करे आत्मा भीतर नर्तन !


बना रहे ऐसा बल-संबल 

ज्ञान राह  पर बढ़ते जाएँ, 

अपने सरल सहज जीवन से 

हम सब सुखद प्रेरणा पाएँ ! 

अनिता 

२७ नवम्बर २०२३  





Thursday, October 19, 2023

मुस्कानों का संबल लेकर

भाभी की मधुर स्मृति में 

उनके जन्मदिन पर 

भाई के दिल की बात 


इक मधुर याद सी बसती हो 

मेरे मन के इस प्रांगण में, 

इक मधुर गीत सी गूंज रही 

इस दिल की हर इक धड़कन में !


इस जग में नित्य विचरता हूँ 

मुस्कानों का संबल लेकर,  

जो अब भी दीपों सी जलतीं 

जो वारी थीं तुमने मुझ पर !


एकाकीपन जब खलता है 

तुम हवा के झोंके सी आतीं, 

जब पीड़ा से तन अकुलाया 

हौले से आकर सहलातीं !


जब नाम रूप से जगत बना 

रहे नाम तुम्हारा निकट सदा, 

भले रूप नज़र न आता हो 

हो यहीं कहीं हर पल लगता  !



Friday, October 13, 2023

बगिया सा दिल का हर कोना

आदरणीय दीदी व जीजा जी के लिए 

विवाह की अड़तालीसवीं सालगिरह पर 

ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ 




स्वर्ण जयंती के आने में 

मात्र  दो  वर्ष और शेष हैं,  

अबकी भी हर बार की तरह 

आया शुभ दिन अति विशेष है  !


इक दूजे का हौसला बढ़ा  

रख ख़याल दिन बीत रहे हैं,

पुरानी यादों के कुछ चित्र 

जैसे मन के मीत बने हैं !


एक अति खुशहाल और सफल

सपनों सा जीवन जीया है,  

कभी सुख तो कभी दुख आये  

ज़िंदगी का अमृत पीया है  !


प्रभु का धन्यवाद करते, मन 

अंतर में सन्तोष भरा है !

बगिया सा दिल का हर कोना

मधुर प्रेम  से हरा-भरा है !


Tuesday, June 27, 2023

जीवन से संतुष्ट दिख रहे

अंकल के लिए शुभकामनाओं सहित

 

मनअंतर में उल्लास भरा

मुखड़े पर है ज्ञान दमक,

केश धूप में नहीं पके हैं

दिखती है नयनों में चमक !

 

आरआरएस को बहुत मानते

सेवा भाव संस्था में है,

अटल जी से परिचय भी था

अनगिन यादें दिल में हैं !

 

नामरूप में कार्य किया था

फिर शिलांग भी कार्यक्षेत्र था,

अति भाया फिर नगर यह सुंदर

यहीं बसाया है डेरा !

 

सुंदर संगिनी भी साथ है

संतानें तीन पायी हैं,

जीवन से संतुष्ट दिख रहे

दुःख की यह घड़ी आई है !

 

किन्तु बन बरगद सी छाया

पुत्री को सहारा देते,

अपनी सहज प्रेम ऊर्जा

हर पल ही बिखराते रहते !

 

अनिता निहालानी

२० मई २०१५

 



प्यारी सी मुस्कान सदा

प्रिय भांजी के लिए जन्मदिन पर

 

याद तुम्हारी सदा बसी है

दिल में कुछ ज्यादा ही गहरी

चली गयी इस बार

देते हैं अब तुम्हें बधाई !

सुनो हजारों बार

प्यारी सी मुस्कान सदा

अब भी तुम बिखराती होगी

नृत्य, गीत के साथ साथ

अव्वल भी आती होगी

लहंगा चुनरी पहन के सुंदर

दर्पण में शर्माती होगी

माँ के मेकअप बॉक्स में गुपचुप

नजर भी दौड़ाती होगी

या फिर सारा वक्त तुम्हारा

पढ़ने में गुजर जाता है

होमवर्क के सम्मुख कुछ भी

और नजर नहीं आता है

जो भी हो तुम खुश रहना

सबसे हिलमिल कर रहना

नाना-नानी माँ पापा के

आंखो की पुतली हो तुम

भैया भी गर्व से कहते

उनकी बड़ी दुलारी हो तुम !