प्रिय सखी के लिए
जन्मदिन पर ढेर सारी
शुभकामनाओं के साथ
भक्ति भाव से दिल है पूरित
नित गोविंद के संग रहतीं,
किस घड़ी खिलेंगे ब्रह्म कमल
रातों को सपने हैं बुनती !
सारे बच्चों पर हैं वारी
उनके आँसूँ देख न पातीं,
मीलों यात्रायें करके भी
दौड़-दौड़ कर मिलने जातीं !
नियमित करतीं योग साधना
तन-मन दोनों फिट रखती हैं,
सुंदर बने बसेरा जिससे
घर की ठोक-पीट चलती है !
पाक कला तो आती है पर
नाम सब होटलों के जानें,
दूर-सुदूर नयी जगहों पर
जाने के ढूँढती बहाने !
जन्मदिवस पर ढेर बधाई
अंतर का उपवन हरा रहे,
सपने सारे ही पूरे हों
हृदय उमंगों से भरा रहे !
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