Monday, August 22, 2016

जन्मदिन पर स्नेह व शुभकामनाओं सहित

जन्मदिन पर स्नेह व शुभकामनाओं सहित

मस्ती का है नाम मुकेश
जल्दी उड़ गए जिसके केश
अपनाया गेरुआ वेश
देता सबको प्रेम संदेश !

भोग लगाता पंडित जैसा
बचपन में करता था पूजा
चुनरी ओढ़ नृत्य भी करता
कोई झिझक न कोई हूजा !

अनुज सभी का सबका स्नेही
दुल्हन भी अति सुंदर पायी
प्यारी सीं दो मिलीं बेटियाँ
किस्मत उसने अद्भुत पायी !

अपना समझ के काम करे वह
कर्मशील न थकना जाने
प्रमोशन भी पाए कितने
नाम बैंक में हर कोई जाने !

सुखमय हो जीवन का हर पल
जन्म दिवस पर तुम्हें बधाई
पिता की सेवा का अवसर पा
नित नयी तकदीर बनाई !

बढ़ते चलो साधना पथ पर
पालो भीतर शांति के स्वर
मिले शाश्वत का सान्निध्य
उड़ो गगन में लगा ध्यान पर !


Friday, August 19, 2016

जन्मदिन पर

सागर के जन्मदिन पर

यथा नाम तथा गुण पाया
सागर पार बसा है जाकर
सागर सा विशाल उर पाया !

छुटपन से ही था गम्भीर
लक्ष्य व साथी दोनों पाए
मेधा तीव्र, मानस भी धीर !

ओपेरा में शान बड़ी है
परिवार गौरवान्वित होता
उपलब्धियों की लगी झड़ी है !

गृह लक्ष्मी का रखता मान
पूछ-पूछ कर शॉपिंग करता
आखिर वह है हाईकमान !

सदा रहो खुश, मस्त सदा
जन्मदिन पर लो बधाई
हो जीवन में संतोष सदा ! 

Wednesday, August 10, 2016

जन्मदिवस पर शुभकामनायें

जन्मदिवस
पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ



खिला-खिला है चेहरा उनका
जैसे धूप सर्दियों वाली,
सदा प्रफुल्लित सदा विहँसती
गुलमोहर की जैसे डाली I

जीजाजी की छाया दीदी
जोड़ी उनकी बड़ी निराली
इतना विस्तृत घर-संसार
सचमुच बड़ी नसीबों वाली I

रामनाम की पी थी घुट्टी
अब तो घोट लिया ओशो भी
भीतर गहरा ज्ञान छिपाए
दिखती ऊपर भोली-भाली I

भाई-भाभी व बहनों का
सदा हाल लेतीं रहती वह
शादी वर्षगाँठ न भूलें
न तारीख जन्मदिन वाली

बच्चों से भी नहीं शिकायत
दूर विदेश बसे क्यों जाकर
सीखी कम्पयूटर की भाषा
फेसबुक की रीत निराली I

आसपड़ोस सभी से मिलती
सत्संग की महफिल सजाकर
पर्वो त्योहारों पर मिलजुल
समधियों संग होली दीवाली I

पाककला में बड़ी निपुण वह
है मेहमाननवाजी अद्भुत
अरवी, भिन्डी या पुलाव हो
या फिर कढ़ी पकोड़ों वाली I

आप बसीं हम सबके दिल में
दिल की धड़कन कहे यही
माँ सा प्यार सदा बाँटती
दीदी देहरादून वाली I