सागर के जन्मदिन पर
यथा नाम तथा गुण पाया
सागर पार बसा है जाकर
सागर सा विशाल उर पाया !
छुटपन से ही था गम्भीर
लक्ष्य व साथी दोनों पाए
मेधा तीव्र, मानस भी धीर !
ओपेरा में शान बड़ी है
परिवार गौरवान्वित होता
उपलब्धियों की लगी झड़ी है !
गृह लक्ष्मी का रखता मान
पूछ-पूछ कर शॉपिंग करता
आखिर वह है हाईकमान !
सदा रहो खुश, मस्त सदा
जन्मदिन पर लो बधाई
हो जीवन में संतोष सदा !
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