प्रिय आंटी के लिए
ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ
एक लेखिका कवयित्री हैं
वाणी प्रखर, तेजस्वी मुखड़ा,
समर्पिता प्रिया, माँ व नानी
निज हाथों पर विश्वास बड़ा !
कर्मठ अति हैं भक्त ह्रदय से
क़िस्सों का है एक पिटारा,
आस-पड़ोस संग ले चलतीं
अंतर में ख़ासा जोश भरा !
बच्चों के सुख-दुख की भागी
सदा आशीर्वाद बरसातीं,
जिससे मिलीं भुला ना पाया
सत्व भाव से जग हर्षातीं !
याद आ रहीं उनकी बातें
उनसे मुलाक़ात के वे पल,
जीवन की संध्या आयी है
ईश उन्हें दे आत्मिक संबल !