विवाह के अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाओं सहित
जम्मू का दूल्हा और असम की दुल्हन, अनोखा है दोनों के प्यार का बन्धन
नए जमाने का विवाह है अनोखा, बंधने से पहले इक दूजे को परखा
माता पिता की हर चिंता मिटायी, दोनों कुलों की शान भी बढ़ायी
दुबला पवन, है सबला आराधना, इक दूजे का हाथ आज थामना
एक सौ एक दीयों का उजाला, साक्षी बना, है दृश्य यह निराला
ब्राह्मण ने विधि से शपथ दिलाई, “ताई” से हिंदी में पढ़कर सुनाई
दोनों के मुखड़े पर छाई मुस्कान, देती गवाही, है पुरानी पहचान
शिव-पार्वती बना चूनर ओढ़ाई, फूलों से ढाँप दिया आरती गायी
होली के शुभ दिन महफ़िल सजी है, गूंज उठे ढोल और पायल बजी है
खुशियों की बारात ने दस्तक दी है, सबकी नजरें तुम दोनों पर लगीं हैं
महाराष्ट्र - असम में ज्यादा नहीं दूरी, दिल में हो श्रद्धा और थोड़ी सबूरी
ऐसे ही जीवन में हँसना मुस्कुराना, सच की राह पर कदम आगे ही बढ़ाना