Monday, August 4, 2025

तुम हो सारे घर की रौनक़

नन्ही गुड़िया के

पहले जन्मदिन पर 

ठुमक-ठुमक कर चलती घर में 

किलकारी भी गूँज रही है, 

छवि तुम्हारी छवि देखकर 

नानी माँ बस झूम रही है !


एक बरस की आज हुई हो 

माँ-पापा भी वारी जाते, 

बड़ी दुलारी दादी माँ की 

नाना भी तो नाज उठाते ! 


संग भाइयों के सदा खेलो

झटपट अ आ इ ई सीखो, 

गुजराती में बात करो और 

अंग्रेज़ी में गाना सीखो !


तुम हो सारे घर की रौनक़ 

बड़े मज़े से बड़ी हो रही, 

तुतला कर कह देती सब कुछ 

निज पैरों पर खड़ी हो रही !


जन्मदिवस पर खूब बधाई 

खिला रहे मुखड़ा फूलों सा, 

सब के दिल में यही दुआ है 

सुंदर हो हर पल जीवन का !