बड़े भाई के
सत्तरवें जन्मदिन पर
ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
अपने घर के इक राजा हैं
सत्यापित किया निज नाम,
लें न दें कुछ उधो-माधो से
रखते अपने काम से काम !
खूब पढ़ाया है बिटिया को
देख तरक़्क़ी हैं अति प्रसन्न,
समाज के काम में आते
सीधा-सादा सा है जीवन !
नहीं शिकायत कोई रब से
है अंतर में विश्वास बना,
बड़ों के लिए बहुत सम्मान
भाई बहनों पर स्नेह घना !
जन्मदिवस पर ढेर दुआएँ
हम सब संग लिए आते हैं,
सात सेंचुरी पूर्ण हुई हैं
गीत बधाई का गाते हैं !
सुंदर विचार से युक्त लेखन, बढ़िया ब्लॉग
ReplyDeleteस्वागत व आभार विभा जी !
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