आदरणीय पापा जी के लिए
९३वें जन्मदिन पर
ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
नानक संग साझा जन्मदिन
अंतर में ही रब पाया है,
किया सार्थक निज जीवन को
नाम भी सत् का ही गाया है !
सहज भाव से सुबहें होतीं
धीरे-धीरे सभी क्रियाएँ,
धीरज का एक सागर भीतर
मन दिन भर न डिगने पाये !
स्वीकारा हर एक बात को
साक्षी बन कर जग को देखें,
दुनिया जैसी है वैसी है
मिट गये भीतर भ्रम भुलेखे !
नौंवे दशक में आ पहुँचे हैं
किंतु जोश अभी भी नूतन,
सबके लिए हैं प्रेम, दुआएँ
करे आत्मा भीतर नर्तन !
बना रहे ऐसा बल-संबल
ज्ञान राह पर बढ़ते जाएँ,
अपने सरल सहज जीवन से
हम सब सुखद प्रेरणा पाएँ !
अनिता
२७ नवम्बर २०२३
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