जन्मदिन पर शुभकामनायें
चेहरे पर थिरकती है
सदाबहार एक मुस्कान
नयनों में तृप्ति का
महासागर लहराता
श्वेत केशों से सजा भाल
आभामय आनन
बिन बोले ही सब कह जाता !
बरसों से वैसी ही ललक है भीतर
जीवन को जीने की पुलक निरंतर
लजीज भोजन रोज ही पकातीं
कुरकुरे, स्वादिष्ट परांठे
जीजाजी को खिलातीं !
समधियों से नेह बंधन निभाएं
बच्चों के बच्चों को
प्यार से हँसाए
पिता और भैया को
आदर जनातीं आयीं
छोटों पर स्नेह नीर
सदा ही लुटातीं आयीं
शुभ दिवस शुभ घड़ी पुनः है आई
दीदी को जन्मदिन पर ढेरों बधाई !
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