आदरणीय दीदी व जीजा जी के लिए
विवाह की अड़तालीसवीं सालगिरह पर
ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ
स्वर्ण जयंती के आने में
मात्र दो वर्ष और शेष हैं,
अबकी भी हर बार की तरह
आया शुभ दिन अति विशेष है !
इक दूजे का हौसला बढ़ा
रख ख़याल दिन बीत रहे हैं,
पुरानी यादों के कुछ चित्र
जैसे मन के मीत बने हैं !
एक अति खुशहाल और सफल
सपनों सा जीवन जीया है,
कभी सुख तो कभी दुख आये
ज़िंदगी का अमृत पीया है !
प्रभु का धन्यवाद करते, मन
अंतर में सन्तोष भरा है !
बगिया सा दिल का हर कोना
मधुर प्रेम से हरा-भरा है !
आदरणीय ! नमस्ते !
ReplyDeleteवेहतरीन तोफा !
स्वागत व आभार !
Deleteविवाह की अड़तालीसवीं वर्षगांठ पर दीदी व जीजा जी को बहुत ही प्यारा उपहार दिया है आपने यह ---आपके दीदी-जीजा जी हमेशा स्वस्थ और सुखी रहे यही शुभकामना है
ReplyDeleteआपकी शुभकामनाएँ मैं उन तक पहुँचा दूँगी, बहुत बहुत आभार कविता जी !
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