जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ
नानी बनी मिराया की पर
बचपन भीतर अब भी खिलता,
प्रिय बहू, समर्पित सहधर्मिणी
नयनों में अपनापन पलता !
मन में सुंदर ख्वाब सजे हैं
बिटिया अब घर आने वाली,
घर गूँजेगा किलकारी से
मिल मनेगी पहली लोहड़ी !
ध्यान और सेवा से हर पल
जीवन का बनाया अनुपम,
हाथों में है कोई जादू
एक से एक बनाती व्यंजन !
फ़ेसबुक, यू ट्यूब पर एक्टिव
जाने कितनी बनी हैं सखियाँ,
अन्नपूर्णा प्रसिद्ध हुआ है
नियमित जिसे अपडेट किया !
जन्मदिन पर यही दुआएं
आज सभी मिल कर देते हैं,
इसी तरह तुम बनो प्रेरणा
ध्यान, साधना सब अपनाएं !
रिश्तों के प्रति आपके लगाव को दर्शाती रचना मनमोहक है..
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