प्रिय भांजी के लिए जन्मदिन पर
याद तुम्हारी सदा बसी है
दिल में कुछ ज्यादा ही गहरी
चली गयी इस बार
देते हैं अब तुम्हें बधाई !
सुनो हजारों बार
प्यारी सी मुस्कान सदा
अब भी तुम बिखराती होगी
नृत्य, गीत के साथ साथ
अव्वल भी आती होगी
लहंगा चुनरी पहन के सुंदर
दर्पण में शर्माती होगी
माँ के मेकअप बॉक्स में गुपचुप
नजर भी दौड़ाती होगी
या फिर सारा वक्त तुम्हारा
पढ़ने में गुजर जाता है
होमवर्क के सम्मुख कुछ भी
और नजर नहीं आता है
जो भी हो तुम खुश रहना
सबसे हिलमिल कर रहना
नाना-नानी माँ पापा के
आंखो की पुतली हो तुम
भैया भी गर्व से कहते
उनकी बड़ी दुलारी हो तुम !
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